भारत के इस गांव को यूट्यूब का गांव बोला जाता है आइए जानते हैं कैसे गांव के लोग डिपेंड है यूट्यूब मनी पर
आजकल के समय में लोगों के पास एडवांस टेक्नोलॉजी आ गई है जिनमें से एक हमारे पास हमारे हाथ में होने वाला मोबाइल फोन भी है जिसमें हम सिम डालकर इंटरनेट की सहायता से कोई भी इंफॉर्मेशन बड़े आराम से निकाल सकते हैं उसी तरीके से इनफॉरमेशन को देने वाले कुछ एप्लीकेशन जैसे कि गूगल और साथ ही यूट्यूब है जो कि इंटरनेट की दुनिया की सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले एप्लीकेशन है और इस एप्लीकेशन की सहायता से हम घर बैठे इंटरनेट पर कोई भी जानकारी पढ़ सकते हैं और किसी भी जानकारी से अपने जीवन में हर तरह का ज्ञान समझ और चीजों की सहूलियत पा सकते हैं
सच में भारत में यूट्यूब का गांव है
अगर हम बात करें भारत में यूट्यूब के गांव के बारे में तो भारत के एक छोटे से राज्य छत्तीसगढ़ में एक छोटा सा गांव तुलसी है जिसे आज पूरी तरीके से युटुब विलेज के नाम से जाना जाता है और यह यूट्यूब विलेज अपने नाम से ही नहीं बल्कि इन में रहने वाले लोगों से भी काफी ज्यादा मेल खाता है क्योंकि गांव में रहने वाले लोग यूट्यूब पर वीडियो बनाकर के अपलोड करते हैं जिनसे उन्हें हर महीने यूट्यूब से मिलने वाला पैसा उनकी रोजमर्रा की जिंदगी को चलाता है किस तरीके से गांव वालों ने भारत में एक छोटे से गांव को यूट्यूब पर इसका नाम दिया आइए जानते हैं
कैसे बना भारत में यूट्यूब गाओ
अगर हम बात करें भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के छोटे से गांव तुलसी की तो यहां पर दो युवा ज्ञानेंद्र शुक्ला और जय वर्मा कह सकते हैं कि इन दोनों व्यक्तियों के वजह से इस गांव को यूट्यूब विलेज का नाम पड़ा क्योंकि यह लोग अपनी 9:00 से 5:00 की जॉब में संतुष्ट नहीं थे वैसे तो यह लोग एसबीआई में नेटवर्क इंजीनियर थे मगर वहां से मिलने वाला वेतन और वहां पर 9:00 से 5:00 की ड्यूटी में संतुष्ट नहीं हो करके इन्होंने यूट्यूब पर काम करने का सोचा कि कि पहले यह दोनों व्यक्ति एसबीआई के ऑफिस में इंटरनेट पर यूट्यूब पर वीडियो देखा करते थे जिनसे इनको यह पता लगा कि यू ट्यूब से पैसा भी कमाया जा सकता है इसके बाद इन्होंने इस काम को छोड़कर कि अपना यूट्यूब पर काम शुरू कर दिया और देखते ही देखते धीरे-धीरे इनके चैनल पर न्यूज़ और सवरने लगे जिन पर सब्सक्राइबर लगभग एक लाख से ऊपर हो चुके हैं और काफी ज्यादा वीडियो मिलेगी और एक कॉमेडी वीडियो करते हैं बाकी गांव वालों ने यूट्यूब पर काम करना शुरू कर दिया कि यह पूरे गांव में धीरे-धीरे यह गांव और यहां पर आने वाला हर व्यक्ति क्रिएट अपलोड करता है और उससे पैसा कमाता है
यूट्यूब से पहले क्या करते थे यहां के लोग
तुलसी गांव की आबादी 3 से 5000 लोगों के बीच में है और इतनी कम आबादी के लोग गांव से थोड़ा पिछड़े वर्ग के थे जहां पर इनकी महिलाएं ठीक से पढ़ भी नहीं पाती थी यहां के पुरुष पूरी तरीके से जॉब पर डिपेंड ना हो करके किसानी का काम करते थे और जो किसानी का काम करते थे खेती से होने वाले अनाज को खा कर अपना जीवन यापन करते थे उनके पास जॉब का कोई साधन नहीं था ना ही इनके पास गवर्नमेंट से मिलने वाली कुछ सुविधा पूरी तरीके से पहुंच पाती थी जिससे इन लोगों को आर्थिक स्थिति में काफी समस्या होती थी और इनके पास पैसों की कमी होने के कारण इन लोगों ने गांव से बाहर निकलने की भी कोशिश करी मगर बाहर निकलने के बाद वहां के लोगों को बाहर काम करने में समस्या आती थी जो पढ़े लिखे ना होने से इन्हें जॉब नहीं मिल पाती थी जैसे इन लोगों ने गांव में कर रहे दो लड़कों को यूट्यूब पर काम की बात सुनी और फिर लोगों ने यूट्यूब पर वीडियो बनाना शुरू कर दिया और आज पूरे गांव में लगभग काफी का यूट्यूब पर चैनल है और सभी लोग कुछ ना कुछ करते हैं और उस पर डाल कर अच्छा पैसा कमा रहे हैं
किस तरह का वीडियो बनाते हैं गांव वाले
गांव की आबादी के हिसाब से 40 रन के लोग यूट्यूब पर काम करके अच्छा पैसा कमा रहे हैं इन्होंने अपनी कमाई को दो से तीन गुना बढ़ा लिया है और दिन प्रतिदिन की आय में वृद्धि हो रही है और गांव के लोग हर तरह का कंटेंट क्रिएट करते हैं जैसे की म्यूजिक वीडियो कॉमेडी वीडियो डांस वीडियो नॉलेज वीडियो न्यूज़ वीडियो अन्यत्र वीडियो को बना करके यूट्यूब पर डाल करके अच्छा पैसा कमा रहे हैं गांव की महिला अपने आप को पूरी तरीके से सुरक्षित ना मान करके गांव से बाहर नहीं जा पाती थी जिनसे उन्हें शिक्षा और बाकी चीजों को लेने के लिए काफी समय से सामना करना पड़ता था
Youtubers Village | Chhattisgarh इस गांव में हर घर में है एक यूट्यूबर | दादी-पोता मिलकर करते हैं काम
मगर अब महिला इंटरनेट के द्वारा घर बैठे अच्छी खासी एजुकेशन प्राप्त कर रही है साथ ही पढ़ाई लिखाई के साथ और भी अलग-अलग कार्यविधि पा करके अपना काम शुरू कर रही है जिसे यह गांव पूरी तरीके से छोटा होने के साथ ही काफी अदा क्रिएटिव गांव बन चुका था इसलिए इस गांव का नाम यूट्यूब विलेज पड़ा तो यह थी कहानी छोटे से गांव की आज हम भारत का छोटा यूट्यूब विलेज भी बोलते हैं