नेपाल के जनकपुर में अनाज से बनी 11,000 वर्ग फुट की राम-सीता की तस्वीर
नेपाल के जनकपुर धाम में कलाकारों ने अनाज से 11,000 वर्ग फुट के अंदर राम-सीता की तस्वीर बनाई है। यह तस्वीर जनकपुर धाम के बारह बीघा मैदान में बनाई गई है। तस्वीर में भगवान राम और माता सीता को एक साथ बैठे हुए दिखाया गया है। तस्वीर में भगवान राम के हाथ में धनुष और माता सीता के हाथ में माला है। तस्वीर के पीछे भगवान श्रीराम के वनवास के दौरान की कुछ प्रमुख घटनाओं को दिखाया गया है।
इस तस्वीर को बनाने में लगभग एक महीने का समय लगा। तस्वीर बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के अनाज का उपयोग किया गया है। जिसमें चावल, गेहूं, मक्का, जौ, और दाल शामिल हैं। तस्वीर बनाने के लिए कलाकारों ने एक विशेष तकनीक का उपयोग किया है। जिसमें अनाज को एक विशेष तरह से सजाया जाता है।
इस पेंटिंग को बनाने का उद्देश्य भगवान राम और माता सीता की आराधना करना है। साथ ही, रामायण की कहानी को लोगों तक पहुंचाना है। इस तस्वीर को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आ रहे हैं।
इस पेंटिंग को बनाने वाले कलाकार सतीश गुर्जर हैं। सतीश गुर्जर ने इससे पहले भी अयोध्या में अनाज से राम-सीता की तस्वीर बनाई थी। जिसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया था।
कलाकार सतीश गुर्जर ने बताया कि वह भगवान राम और माता सीता के भक्त हैं। वह रामायण की कहानी को लोगों तक पहुंचाने के लिए इस तरह की पेंटिंग बनाते हैं। उन्होंने कहा कि वह भविष्य में भी इस तरह की पेंटिंग बनाते रहेंगे।
तस्वीर बनाने की प्रक्रिया
पेंटिंग बनाने की प्रक्रिया काफी जटिल और समय लेने वाली है। सबसे पहले, कलाकार पेंटिंग के लिए एक लेआउट तैयार करते हैं। लेआउट तैयार करने के बाद, कलाकार अनाज को एक विशेष तरह से सजाते हैं। अनाज को सजाने के लिए कलाकार एक विशेष प्रकार की तकनीक का उपयोग करते हैं। इस तकनीक में, कलाकार अनाज को एक विशेष तरह से काटते हैं और फिर उन्हें एक विशेष तरह से सजाते हैं।
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पेंटिंग बनाने के लिए कलाकारों को काफी मेहनत करनी पड़ती है। पेंटिंग बनाने के लिए कलाकार दिन-रात काम करते हैं। पेंटिंग बनाने के बाद, कलाकार पेंटिंग को एक विशेष प्रकार की सामग्री से ढक देते हैं। इस सामग्री से ढकने से पेंटिंग को खराब होने से बचाया जाता है।
तस्वीर का महत्व
यह पेंटिंग नेपाल के जनकपुर धाम के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह पेंटिंग रामायण की कहानी को लोगों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। पेंटिंग को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आ रहे हैं। पेंटिंग को देखने के बाद, लोग रामायण की कहानी से प्रेरणा ले रहे हैं।
यह पेंटिंग कलाकार सतीश गुर्जर के लिए भी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इससे पहले, उन्होंने अयोध्या में अनाज से राम-सीता की पेंटिंग बनाई थी। जिसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया था। यह पेंटिंग बनने के बाद, सतीश गुर्जर की कला का देश-विदेश में प्रचार हुआ है।