गतिशील नेतृत्व: उनके सक्रिय और प्रोएक्टिव शासन प्रणाली से।

आर्थिक सुधार: "मेक इन इंडिया" और "जीएसटी" जैसे पहलु, अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए।

बुनाई विकास: "स्मार्ट सिटीज़" और ग्रामीण विद्युतीकरण जैसे परियोजनाओं का संचालन।

विदेशी संबंध: भारत के वैश्विक प्रमुख स्थान को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय कूटनीति।

डिजिटल पहलू: "डिजिटल इंडिया" और प्रौद्योगिकी-प्रचारित शासन को बढ़ावा देने की कोशिश।

राष्ट्रीय सुरक्षा: रक्षा और प्रतिआक्रमण मामलों में दृढ़ दृष्टिकोण।

कल्याण कार्यक्रम: "जन धन योजना" और "स्वच्छ भारत अभियान" जैसी योजनाएं।

युवा से संबंध: सोशल मीडिया के माध्यम से युवा पीढ़ियों के साथ संवाद और संवाद।

करिश्माई संचार: भाषणों और संदेशों का प्रभावी उपयोग नागरिकों से जुड़ने के लिए।